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+ | * [[मेरे लाल को हरा पसन्द है / राकेश रंजन]] |
17:15, 23 मई 2018 का अवतरण
राकेश रंजन
जन्म | 10 दिसम्बर 1973 |
---|---|
जन्म स्थान | हाजीपुर, वैशाली, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
अभी-अभी जन्मा है कवि, दिव्य क़ैदखाने में, चाँद में अटकी पतंग (तीनों कविता-संग्रह), मल्लू मठफोड़वा (उपन्यास) | |
विविध | |
विद्यापति पुरस्कार (2006), हेमन्त स्मृति कविता सम्मान (2009)। आलोचक और सम्पादक के रूप में भी सक्रिय। अनेक पुस्तकों का सम्पादन कर चुके हैं, जिनमें रंगकर्म से जुड़ी पुस्तकें और स्मृति-ग्रन्थ भी शामिल हैं। | |
जीवन परिचय | |
राकेश रंजन / परिचय |
कविता-संग्रह
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- अभी-अभी / राकेश रंजन
- वसन्त / राकेश रंजन
- घिर रही है शाम / राकेश रंजन
- तब भी तो / राकेश रंजन
- कवि / राकेश रंजन
- कैटवाक / राकेश रंजन
- हल्लो राजा / राकेश रंजन
- एक बच्चे का प्रोजेक्ट / राकेश रंजन
- एक रहिस दुनिया / राकेश रंजन
- गुरुबानी / राकेश रंजन
- गाय / राकेश रंजन
- जंगल और खरगोश / राकेश रंजन
- जिन्हें होम कर दिया इस समय ने / राकेश रंजन
- तुम्हें कहाँ देखा / राकेश रंजन
- तितली और कवि / राकेश रंजन
- नदी / राकेश रंजन
- नीरो, वंशी और रोम / राकेश रंजन
- बजरंगी / राकेश रंजन
- बैल / राकेश रंजन
- मैं एक ऐसी बस्ती में पैदा हुआ / राकेश रंजन
- मुझे क्षमा करें / राकेश रंजन
- महानगर में बकरी / राकेश रंजन
- यातनागृह, कैदी और अभिनय / राकेश रंजन
- सुअरवा ! / राकेश रंजन
- हमारे इस असमय में / राकेश रंजन
- इसकी करो दवाई / राकेश रंजन
- तुम्हारे बच्चे जीवित रहें / राकेश रंजन
- सनहा / राकेश रंजन
- हम / राकेश रंजन
- हम ही थे बकलोल / राकेश रंजन
- वन्दे मातरम् ! / राकेश रंजन
- लोहार के बारे में / राकेश रंजन
- मेरे चेहरे का बायाँ हिस्सा बीमार है / राकेश रंजन
- हम तो इतना जानते हैं / राकेश रंजन
- हाँ हाँ तुम / राकेश रंजन
- मेरे लाल को हरा पसन्द है / राकेश रंजन