भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"आहत युग / महेन्द्र भटनागर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
Pratishtha (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
{{KKPustak | {{KKPustak | ||
− | |चित्र= | + | |चित्र= Aahat_yug.JPG |
|नाम=अनुभूत क्षण | |नाम=अनुभूत क्षण | ||
|रचनाकार=[[महेन्द्र भटनागर]] | |रचनाकार=[[महेन्द्र भटनागर]] |
17:52, 18 जुलाई 2008 का अवतरण
अनुभूत क्षण
रचनाकार | महेन्द्र भटनागर |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- संग्राम : और / महेन्द्र भटनागर
- अमानुषिक / महेन्द्र भटनागर
- फ़तहनामा / महेन्द्र भटनागर
- त्रासदी / महेन्द्र भटनागर
- होगा कोई / महेन्द्र भटनागर
- हॉकर / महेन्द्र भटनागर
- आत्मघात / महेन्द्र भटनागर
- लोग / महेन्द्र भटनागर
- आपातकाल / महेन्द्र भटनागर
- जागते रहना / महेन्द्र भटनागर
- ज़रूरी / महेन्द्र भटनागर
- इतिहास का एक पृष्ठ / महेन्द्र भटनागर
- वसुधैवकुटुम्बकम् / महेन्द्र भटनागर
- भ्रष्टाचार / महेन्द्र भटनागर
- अंत / महेन्द्र भटनागर
- रक्षा / महेन्द्र भटनागर
- तमाशा / महेन्द्र भटनागर
- वोटों की दुष्ट-नीति / महेन्द्र भटनागर
- घटनाचक्र / महेन्द्र भटनागर
- निष्कर्ष (आहत युग) / महेन्द्र भटनागर
- आत्म-संवेदन / महेन्द्र भटनागर
- दिशा-बोध / महेन्द्र भटनागर
- स्वीकार / महेन्द्र भटनागर
- अवधान / महेन्द्र भटनागर
- सामना / महेन्द्र भटनागर
- अकारथ / महेन्द्र भटनागर
- असह / महेन्द्र भटनागर
- मूरत अधूरी / महेन्द्र भटनागर
- मजबूर / महेन्द्र भटनागर
- एक रात / महेन्द्र भटनागर
- सहसा / महेन्द्र भटनागर
- स्वागत / महेन्द्र भटनागर
- वर्षा-पूर्व / महेन्द्र भटनागर
- कामना-सूर्य / महेन्द्र भटनागर
- एक सत्य / महेन्द्र भटनागर
- उपलब्धि / महेन्द्र भटनागर
- विचार-विशेष / महेन्द्र भटनागर
- सार्थकता (आहत युग) / महेन्द्र भटनागर
- अलम् / महेन्द्र भटनागर
- चाह / महेन्द्र भटनागर
- सम्भव (एक) / महेन्द्र भटनागर
- सम्भव (दो) / महेन्द्र भटनागर
- विपत् / महेन्द्र भटनागर
- स्वतंत्र / महेन्द्र भटनागर