भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"मास्टर नेकीराम" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ)
पंक्ति 19: पंक्ति 19:
 
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====
 
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ====
 
* [[खानपान-गुणगान भूलगे, छूट गया रैन बसैरा / मास्टर नेकीराम]]
 
* [[खानपान-गुणगान भूलगे, छूट गया रैन बसैरा / मास्टर नेकीराम]]
 +
* [[मात-पिता नै जन्म दे दिया, लिख्या कर्मा म्हं दु:ख पाणा / मास्टर नेकीराम]]
 +
* [[हो पिया सै रात अंधेरी, और जंगल बियाबान / मास्टर नेकीराम]]
 +
* [[सतावन की हुई लड़ाई, जा दुश्मन पै करी चढ़ाई / मास्टर नेकीराम]]
 +
* [[साधु-संत फकीर गावै, नाम ताराचंद का / मास्टर नेकीराम]]

22:56, 5 अगस्त 2018 का अवतरण

मास्टर नेकीराम
Photo-not-available-cam-kavitakosh.png
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें

जन्म 6 अक्तूबर, 1915
निधन 10 जून, 1996
उपनाम
जन्म स्थान गाँव - जैतड़वास, जिला रेवाड़ी, हरियाणा
कुछ प्रमुख कृतियाँ
मास्टर नेकीराम की प्रमुख विशेषता यह थी कि सांग मंचन करते समय जैसे-जैसे रात बढती थी, वैसे-वैसे उनकी आवाज भी बढती चली जाती थी। उनका सांग मंचन लगातार लगभग आठ घन्टे तक चलता था। उनका गायन उनके पिता मास्टर मूलचन्द की तरह कर्णप्रिय,अभिनय व संगीत उच्चकोटि का था। उन्हें एक ऐसे सांगी के रूप में जाना जाता है जिन्होंने अपने मधुर गायन व बिन्दास अभिनय से दर्शकों के बीच अपनी अलग पहचान बनाई। पूरा परिवार एक साथ बैठकर उनका सांग देख सकता था, मजाल कहीं अश्लीलता आ जाए। यहीं कारण था कि वे अपने जमाने के सांगियों से कहीं आगे थे।
विविध
8 व 9 जनवरी, 1971 को गाँव नांगल चौधरी (हरियाणा) में हरियाणा कला मण्डल द्वारा मास्टर नेकीराम के दो सांगों का आयोजन कराया गया। यहां इनकी उत्तम सांग प्रस्तुति के लिए हरियाणा कला मण्डल के निदेशक- देवीशंकर प्रभाकर ने इन्हें प्रशंसा पत्र भेंट करते हुए, एक विशिष्ट सांग सम्राट की संज्ञा दी। यहां संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की संगीत, नृत्य एवं नाटक की राष्ट्रीय अकादमी 'संगीत नाटक अकादमी' दिल्ली द्वारा उस दौर में हरियाणा के पहले और इकलौते कलाकार के रूप में मास्टर नेकीराम की मधुर आवाज को रिकार्ड किया और उनके द्वारा मंचित सांग फूलसिंह-नौटंकी की भी सर्वप्रथम रिकार्डिंग की गई। इतना ही नहीं अपार जनसमूह के बीच इस सांग मंचन के सर्वप्रथम छायाचित्र भी लिए, जो कि आज भी संगीत नाटक अकादमी के दिल्ली स्थित संग्रहालय में हरियाणा की धरोहर के रूप में सुरक्षित है।
जीवन परिचय
मास्टर नेकीराम / परिचय
कविता कोश पता
www.kavitakosh.org/

कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ