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− | + | दिल के दरद के दवा तो इहाँ शराब न´् हे। | |
− | + | पियेवाला के लगे नीक तो खराब न´् हे।। | |
− | + | केकरो ले ई दुनियाँ न´् छोड़े के चाही। | |
− | + | जीये ले ई दुनियाँ में सिरिफ शबाब न´् हे।। | |
− | + | पियेवाला .... | |
− | + | अउ भी तो ढेर रिश्ता हे जीये के खातिर। | |
− | + | हरेक बात में देबे के इहाँ जबाव न´् हे।। | |
− | + | पियेवाला .... | |
− | + | ढेर फूल हे चमन में खिलल खिलल इहाँ | |
− | + | सुगंध के खातिर सिरिफ गुलाब न´् हे।। | |
− | + | पियेवाला ..... | |
− | + | हर हाल में इहाँ तोरा जीये पड़तो जिनगी। | |
+ | मूड़ी नवा के जीयेवाला आफताब न´् हे।। | ||
+ | पियेवाला .... | ||
+ | हे बेकार के ई जिनगी रफ्तार के बिना। | ||
+ | हो सके जे न´् पूरा ऊ कोय ख्वाब न´् हे। | ||
+ | पियेवाला .... | ||
+ | रुक सकऽ हऽ कभिओ न´् तूँ मंजिल के पहिले। | ||
+ | जेकर जवाब मिल सकऽ हे ऊ लाजबाब न´् हे।। | ||
+ | पियेवाला .... | ||
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01:38, 11 मार्च 2019 का अवतरण
दिल के दरद के दवा तो इहाँ शराब न´् हे।
पियेवाला के लगे नीक तो खराब न´् हे।।
केकरो ले ई दुनियाँ न´् छोड़े के चाही।
जीये ले ई दुनियाँ में सिरिफ शबाब न´् हे।।
पियेवाला ....
अउ भी तो ढेर रिश्ता हे जीये के खातिर।
हरेक बात में देबे के इहाँ जबाव न´् हे।।
पियेवाला ....
ढेर फूल हे चमन में खिलल खिलल इहाँ
सुगंध के खातिर सिरिफ गुलाब न´् हे।।
पियेवाला .....
हर हाल में इहाँ तोरा जीये पड़तो जिनगी।
मूड़ी नवा के जीयेवाला आफताब न´् हे।।
पियेवाला ....
हे बेकार के ई जिनगी रफ्तार के बिना।
हो सके जे न´् पूरा ऊ कोय ख्वाब न´् हे।
पियेवाला ....
रुक सकऽ हऽ कभिओ न´् तूँ मंजिल के पहिले।
जेकर जवाब मिल सकऽ हे ऊ लाजबाब न´् हे।।
पियेवाला ....