Changes

{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=उमेश बहादुरपुरी
|अनुवादक=
|संग्रह=संगम / उमेश बहादुरपुरी
}}
{{KKCatBhojpuriRachna}}
{{KKCatGeet}}
<poem>
हमर पायल करऽ हे झंकार तनी सुन लऽ बालमा।बालमातोहरे पुकारे बार बार तनी सुन लऽ बालमा।।बालमाई सामली सुरतिया तोर मनमा हे भावे।भावेदेखऽ ही हम केकरो तोहरे इयाद आवे।आवेनैना तोहरे करऽ हे इंतजार तनी सुन लऽ बालमा।।बालमा
तोहरे ....
हर पल बोलऽ हे तोहरा से ई कंगना।कंगनाअब न करऽ देरी पिया आवऽ मिलऽ सजना।सजनापहिरा दऽ बँहियन के हार तनी सुनऽ बालमा।।बालमा
तोहरे ....
रतिया में बोलऽ हे जब पापी रे पपीहरा।पपीहराछतिया में हूक मारे सुनऽ हमर जीयर।जीयरकर अयलूँ सोलहो सिंगार तनी सुनऽ बालमा।।बालमा
तोहरे .....
</poem>