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लगभग फूलन के लिए / विहाग वैभव
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09:45, 3 अगस्त 2019
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<poem>
उसकी काया हाड़ और
माँस
मांस
से निर्मित थी
ऐसा लोग कहते हैं
वह सही-सही पत्थर और आग से बनी थी
अनिल जनविजय
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