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"उसके पास रोटी थी / कविता भट्ट" के अवतरणों में अंतर

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किन्तु भूख नहीं थी।
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खपा वह भूख के लिए,
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मिटा मैं रोटी के लिए।
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भूख-रोटी दो विषयों पर,
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बीत गए युग व युगान्तर।
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संघर्ष रुका नहीं अब भी,
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समय तो धृतराष्ट्र था ही।
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किन्तु; प्रश्न तो यह है भारी
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इतिहास क्यों बना गान्धारी ?
  
  
 
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06:11, 27 जून 2020 के समय का अवतरण

 उसके पास रोटी थी,
किन्तु भूख नहीं थी।
मेरे पास भूख तो थी,
किन्तु रोटी नहीं थी।

खपा वह भूख के लिए,
मिटा मैं रोटी के लिए।
भूख-रोटी दो विषयों पर,
बीत गए युग व युगान्तर।

संघर्ष रुका नहीं अब भी,
समय तो धृतराष्ट्र था ही।
किन्तु; प्रश्न तो यह है भारी
इतिहास क्यों बना गान्धारी ?