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"हाथ / केदारनाथ सिंह" के अवतरणों में अंतर

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अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा
 
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दुनिया को
 
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हाथ की तरह गर्म और सुंदर होना चाहिए.
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हाथ की तरह नर्म और सुंदर होना चाहिए.
 
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13:52, 7 जुलाई 2020 का अवतरण

उसका हाथ
अपने हाथ में लेते हुए मैंने सोचा
दुनिया को
हाथ की तरह नर्म और सुंदर होना चाहिए.