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"दो खिड़कियाँ / निदा फ़ाज़ली" के अवतरणों में अंतर
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आमने-सामने दो नई खिड़कियाँ | आमने-सामने दो नई खिड़कियाँ |
17:57, 11 अक्टूबर 2020 के समय का अवतरण
आमने-सामने दो नई खिड़कियाँ
जलती सिगरेट की लहराती आवाज में
सुई-डोरे के रंगीन अल्फाज़ में
मशवरा कर रहीं हैं कई रोज़ से
शायद अब
बूढ़े दरवाजे सिर जोड़कर
वक़्त की बात को वक़्त पर मान लें
बीच की टूटी-फूटी गली छोड़कर
खिड़कियों के इशारों को पहचान लें