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|जन्म=01 जुलाई 1942
 
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|जन्मस्थान=ग्राम उमरी, जिला मुरादाबाद, [[उत्तर प्रदेश]], भारत
 
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|मृत्यु=29 अप्रैल 2021
 
|कृतियाँ=''गीत-संग्रह:'' पिन बहुत सारे (1972), भीतर साँकलः बाहर साँकल (1978), उर्वशी हो तुम (1987), झुलसो मत मोरपंख (1990), एक दीप चौमुखी (1997), नदी पसीने की (2005), [[दिन दिवंगत हुए / कुँअर बेचैन | दिन दिवंगत हुए]] (2005), ''ग़ज़ल-संग्रह:'' शामियाने काँच के (1983), महावर इंतज़ारों का (1983), रस्सियाँ पानी की (1987), पत्थर की बाँसुरी (1990), दीवारों पर दस्तक (1991), नाव बनता हुआ काग़ज़ (1991), आग पर कंदील (1993), आँधियों में पेड़ (1997), आठ सुरों की बाँसुरी (1997), आँगन की अलगनी (1997), तो सुबह हो (2000), [[कोई आवाज़ देता है / कुँअर बेचैन | कोई आवाज़ देता है]] (2005); ''कविता-संग्रह:'' नदी तुम रुक क्यों गई (1997), शब्दः एक लालटेन (1997); पाँचाली (महाकाव्य)
 
|कृतियाँ=''गीत-संग्रह:'' पिन बहुत सारे (1972), भीतर साँकलः बाहर साँकल (1978), उर्वशी हो तुम (1987), झुलसो मत मोरपंख (1990), एक दीप चौमुखी (1997), नदी पसीने की (2005), [[दिन दिवंगत हुए / कुँअर बेचैन | दिन दिवंगत हुए]] (2005), ''ग़ज़ल-संग्रह:'' शामियाने काँच के (1983), महावर इंतज़ारों का (1983), रस्सियाँ पानी की (1987), पत्थर की बाँसुरी (1990), दीवारों पर दस्तक (1991), नाव बनता हुआ काग़ज़ (1991), आग पर कंदील (1993), आँधियों में पेड़ (1997), आठ सुरों की बाँसुरी (1997), आँगन की अलगनी (1997), तो सुबह हो (2000), [[कोई आवाज़ देता है / कुँअर बेचैन | कोई आवाज़ देता है]] (2005); ''कविता-संग्रह:'' नदी तुम रुक क्यों गई (1997), शब्दः एक लालटेन (1997); पाँचाली (महाकाव्य)
 
|विविध=आपका मूल नाम कुँअर बहादुर सक्सेना है।
 
|विविध=आपका मूल नाम कुँअर बहादुर सक्सेना है।

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कुँअर बेचैन
Kunwarbechain.jpg
जन्म 01 जुलाई 1942
निधन 29 अप्रैल 2021
उपनाम बेचैन
जन्म स्थान ग्राम उमरी, जिला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश, भारत
कुछ प्रमुख कृतियाँ
गीत-संग्रह: पिन बहुत सारे (1972), भीतर साँकलः बाहर साँकल (1978), उर्वशी हो तुम (1987), झुलसो मत मोरपंख (1990), एक दीप चौमुखी (1997), नदी पसीने की (2005), दिन दिवंगत हुए (2005), ग़ज़ल-संग्रह: शामियाने काँच के (1983), महावर इंतज़ारों का (1983), रस्सियाँ पानी की (1987), पत्थर की बाँसुरी (1990), दीवारों पर दस्तक (1991), नाव बनता हुआ काग़ज़ (1991), आग पर कंदील (1993), आँधियों में पेड़ (1997), आठ सुरों की बाँसुरी (1997), आँगन की अलगनी (1997), तो सुबह हो (2000), कोई आवाज़ देता है (2005); कविता-संग्रह: नदी तुम रुक क्यों गई (1997), शब्दः एक लालटेन (1997); पाँचाली (महाकाव्य)
विविध
आपका मूल नाम कुँअर बहादुर सक्सेना है।
जीवन परिचय
कुँअर बेचैन / परिचय
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