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भेड़ियों के बीच मेंघर है तुम्हारा,याद रखना ।यहाँ पर मझधार हैंसाथी -सहारायाद रखना ।बाँटने आता न कोईप्यार की पाती यहाँ,बाँटने आते सभी हैंदु:ख भरी थाती यहाँ ।नाम रिश्तों का रटेंलेकर दुधारायाद रखना ।मुस्कान को सह लें भलाकब, किसे मंज़ूर है?आँसुओं को कौन पोंछे ?लोग बेहद क्रूर हैं ।बन गए सम्बन्ध अबटूटा किनारायाद रखना ।तुम बढ़ोगे स्वर्ग अपनाढूँढ़ लोगे एक दिन,तुम झुकोगे नरक अपनाखुद रचोगे एक दिन ।इस जनम को सजा लोन मिले दुबारायाद रखना ।फूल -कलियों से तुम्हारामहकता आज आँचल,उमड़ी है उर-गोमुख सेसुधा की धार निर्मल ।चुनौती हर मोड़ परसिन्धु-जल खारायाद रखना ।-0-
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