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"तिमीलाई भुल्दा / कञ्चन पुडासैनी" के अवतरणों में अंतर
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− | तिमीलाई | + | तिमीलाई भूल्दा म एक्लो परेँछु |
− | तिमीलाई | + | तिमीलाई सम्झेँ तिमी साथ आयौ |
− | कुनै चिज मीठो म | + | कुनै चिज मीठो म खोजिरहेथेँ |
− | म | + | म सोचिरहेँथे तिमी याद आयौ |
− | उज्यालो बढे | + | उज्यालो बढे झैँ भयो आज झन् झन् |
उज्यालो त मुस्कानले बढ्छ भन्छन् | उज्यालो त मुस्कानले बढ्छ भन्छन् | ||
कि मैलाई सम्झी तिमी मुस्कुरायौ | कि मैलाई सम्झी तिमी मुस्कुरायौ | ||
− | कि आयौ तिमी चाँदनी रात | + | कि आयौ तिमी चाँदनी रात आयौ |
− | कुनै चिज मीठो म | + | कुनै चिज मीठो म खोजिरहेथेँ |
− | म | + | म सोचिरहेथेँ तिमी याद आयौ |
तिमीले पनि सम्झिएकी भए लौ | तिमीले पनि सम्झिएकी भए लौ | ||
− | चुम्यौ चाहनाले अझै | + | चुम्यौ चाहनाले अझै मन परायौ |
− | मलाई | + | मलाई भूलेकी भए के भनूँ खै |
− | तिमी | + | तिमी हर्ष आयौ कि बिस्मात् आयौ |
− | कुनै चिज मीठो म | + | कुनै चिज मीठो म खोजिरहेथेँ |
− | म | + | म सोचिरहेथेँ तिमी याद आयौ |
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20:42, 9 सितम्बर 2023 के समय का अवतरण
तिमीलाई भूल्दा म एक्लो परेँछु
तिमीलाई सम्झेँ तिमी साथ आयौ
कुनै चिज मीठो म खोजिरहेथेँ
म सोचिरहेँथे तिमी याद आयौ
उज्यालो बढे झैँ भयो आज झन् झन्
उज्यालो त मुस्कानले बढ्छ भन्छन्
कि मैलाई सम्झी तिमी मुस्कुरायौ
कि आयौ तिमी चाँदनी रात आयौ
कुनै चिज मीठो म खोजिरहेथेँ
म सोचिरहेथेँ तिमी याद आयौ
तिमीले पनि सम्झिएकी भए लौ
चुम्यौ चाहनाले अझै मन परायौ
मलाई भूलेकी भए के भनूँ खै
तिमी हर्ष आयौ कि बिस्मात् आयौ
कुनै चिज मीठो म खोजिरहेथेँ
म सोचिरहेथेँ तिमी याद आयौ