Changes

अपने दुश्मन में मैंने अपना मेहरबां देखा
ऐसे हालात पे रोना अय्याम में भी रोना खूब आया मुझे
जब फटेहाल कभी अपना गिरेबां देखा
हज़ार मुश्किलें हों फिर भी हमें तो मुश्किलों के बाद मुस्कराना है
हसीन फूल को कांटों के दरमियां देखा
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits