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"अभी कुछ होगा / विजयदेव नारायण साही" के अवतरणों में अंतर

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14:51, 17 नवम्बर 2008 के समय का अवतरण

गला काट देने पर
मुर्ग़ तड़पता है
साफ़ लगता है
अभी कुछ होगा ।

थोड़ी देर में
मुर्ग़ मर जाता है ।