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"अभी कुछ होगा / विजयदेव नारायण साही" के अवतरणों में अंतर
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गला काट देने पर
मुर्ग़ तड़पता है
साफ़ लगता है
अभी कुछ होगा ।
थोड़ी देर में
मुर्ग़ मर जाता है ।