भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"साँचा:KKRekhankitRachnaakaar" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो ("साँचा:KKRekhankitRachnaakaar" सुरक्षित कर दिया [edit=sysop:move=sysop])
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
<table width=100% style="background:none;background-color:#ffffff;border: 1px solid #d15600"><tr><td colspan=2 style="background-color:#d15600;">
+
<div class='box' style="background-color:#336699;width:100%; align:center"><div class='boxtop'><div></div></div>
<font size=3>'''&nbsp;रेखांकित रचनाकार'''</font></td></tr>
+
<div class='boxheader' style='background-color:#336699; color:#ffffff'>'''&nbsp;रेखांकित रचनाकार'''</div>
 +
<div id="kkHomePageSearchBoxDiv" class='boxcontent' style='background-color:#336699;border:1px solid #336699;'>
 +
<!----BOX CONTENT STARTS------>
 +
<table width=100% style="background:none;background-color:#c2d1e1">
 
<tr><td valign=top>[[चित्र:Shivmangalsinghsuman.jpg|50px|right]]</td>
 
<tr><td valign=top>[[चित्र:Shivmangalsinghsuman.jpg|50px|right]]</td>
<td valign=top>'''[[शिवमंगल सिंह सुमन]]''' का जन्म 5 अगस्त 1915 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुआ था। वे ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में हिंदी के व्याख्याता, माधव महाविद्यालय उज्जौन के प्राचार्य और फिर कुलपति रहे। सुमन जी प्रिय अध्यापक, कुशल प्रशासक, प्रखर चिंतक और विचारक माने जाते थे। प्रगतिवादी कविता के स्तंभ डा. सुमन लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचने के बाद 27 नवंबर 2002 को चिरनिद्रा में लीन हो गए।
+
<td valign=top>
 +
'''[[शिवमंगल सिंह सुमन]]''' का जन्म 5 अगस्त 1915 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुआ था। वे ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में हिंदी के व्याख्याता, माधव महाविद्यालय उज्जौन के प्राचार्य और फिर कुलपति रहे। सुमन जी प्रिय अध्यापक, कुशल प्रशासक, प्रखर चिंतक और विचारक माने जाते थे। प्रगतिवादी कविता के स्तंभ डा. सुमन लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचने के बाद 27 नवंबर 2002 को चिरनिद्रा में लीन हो गए।
 
</td></tr></table>
 
</td></tr></table>
 +
<!----BOX CONTENT ENDS------>
 +
</div><div class='boxbottom'><div></div></div></div>

20:09, 24 दिसम्बर 2008 का अवतरण

 रेखांकित रचनाकार
Shivmangalsinghsuman.jpg

शिवमंगल सिंह सुमन का जन्म 5 अगस्त 1915 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुआ था। वे ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में हिंदी के व्याख्याता, माधव महाविद्यालय उज्जौन के प्राचार्य और फिर कुलपति रहे। सुमन जी प्रिय अध्यापक, कुशल प्रशासक, प्रखर चिंतक और विचारक माने जाते थे। प्रगतिवादी कविता के स्तंभ डा. सुमन लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचने के बाद 27 नवंबर 2002 को चिरनिद्रा में लीन हो गए।