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+ | '''[[शिवमंगल सिंह सुमन]]''' का जन्म 5 अगस्त 1915 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुआ था। वे ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में हिंदी के व्याख्याता, माधव महाविद्यालय उज्जौन के प्राचार्य और फिर कुलपति रहे। सुमन जी प्रिय अध्यापक, कुशल प्रशासक, प्रखर चिंतक और विचारक माने जाते थे। प्रगतिवादी कविता के स्तंभ डा. सुमन लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचने के बाद 27 नवंबर 2002 को चिरनिद्रा में लीन हो गए। | ||
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20:09, 24 दिसम्बर 2008 का अवतरण
रेखांकित रचनाकार
शिवमंगल सिंह सुमन का जन्म 5 अगस्त 1915 को उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में हुआ था। वे ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में हिंदी के व्याख्याता, माधव महाविद्यालय उज्जौन के प्राचार्य और फिर कुलपति रहे। सुमन जी प्रिय अध्यापक, कुशल प्रशासक, प्रखर चिंतक और विचारक माने जाते थे। प्रगतिवादी कविता के स्तंभ डा. सुमन लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचने के बाद 27 नवंबर 2002 को चिरनिद्रा में लीन हो गए। |