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"बेटी की कविता-3 / नरेश चंद्रकर" के अवतरणों में अंतर

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19:20, 5 मई 2009 के समय का अवतरण

"तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो!"

थककर लेटी हुई
अपनी माँ से लिपटते हुए कहती है वह

"दिनभर तुम काम करती हो
खाना पकाती हो
कपड़े धोती हो हमारे!"