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"लोक-लाज तजि नाची / मीराबाई" के अवतरणों में अंतर

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मैं तो सांवरे के रंग राची।<br>
 
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साजि सिंगार बांधि पग घुंघरू, लोक-लाज तजि नाची।।<br>
 
साजि सिंगार बांधि पग घुंघरू, लोक-लाज तजि नाची।।<br>

19:25, 24 जून 2009 के समय का अवतरण

मैं तो सांवरे के रंग राची।
साजि सिंगार बांधि पग घुंघरू, लोक-लाज तजि नाची।।
गई कुमति, लई साधुकी संगति, भगत, रूप भै सांची।
गाय गाय हरिके गुण निस दिन, कालब्यालसूँ बांची।।
उण बिन सब जग खारो लागत, और बात सब कांची।
मीरा श्रीगिरधरन लालसूँ, भगति रसीली जांची।।