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00:10, 11 जुलाई 2009 का अवतरण
सप्ताह की कविता
शीर्षक: सुबह-सवेरे आती चिड़िया
रचनाकार: श्याम सुन्दर अग्रवाल
सुबह-सवेरे आती चिड़िया, आकर मुझे जगाती चिड़िया । ऊपर बैठ मुंडेर पर, चीं-चीं, चूँ-चूँ गाती चिड़िया । जाना है, नहीं स्कूल उसे न ही दफ़्तर जाती चिड़िया । फिर भी सदा समय से आती, आलस नहीं दिखाती चिड़िया । थोड़ा सा चुग्गा लेकर भी, दिन भर पंख फैलाती चिड़िया । इससे सेहत ठीक है रखती , नहीं दवाई खाती चिड़िया । छोटी-सी है फिर भी बच्चो, बातें कई सिखाती चिड़िया । रखो सदा ध्यान समय का, सबको पाठ पढ़ाती चिड़िया