भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"अभी / विश्वनाथप्रसाद तिवारी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विश्वनाथप्रसाद तिवारी |संग्रह=फिर भी कुछ रह जा...) |
(कोई अंतर नहीं)
|
13:14, 20 अगस्त 2009 के समय का अवतरण
कुछ शब्द लिखे जाएंगे अभी
कुछ बच्चे पैदा होंगे अभी
कुछ सपने नींद में नहीं आए अभी
कुछ प्रेम कथाएँ शुरू नहीं हुईं अभी
कुछ रंग फूलों में नहीं उभरे अभी
कुछ किरणें धरती पर नहीं पहुँची अभी
असंभव नहीं कि रह जाए वही
जो नहीं है अभी।