गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
पंचवटी / मैथिलीशरण गुप्त / पृष्ठ १
No change in size
,
11:17, 6 सितम्बर 2009
क्या कर्तव्य यही है भाई सीता ने सिर झुका लिया
आर्य
आपको
आपके
प्रति इस जन ने कब-कब क्या कर्तव्य किया
प्यार किया है तुमने केवल सीता यह कह मुस्काईं
किन्तु राम की आँखें जैसे सफल सीप सी भर आईं।
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits