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"बेटियों का गीत / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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मैं मौन रहूँ  
 
मैं मौन रहूँ  

20:39, 22 सितम्बर 2009 का अवतरण

मैं मौन रहूँ
तुम गाओ
जैसे फूले अमलतास
तुम वैसे ही
खिल जाओ

जीवन के
अरुण दिवस सुनहरे
नहीं आज
तुम पर कोई पहरे
जैसे दहके अमलतास
तुम वैसे
जगमगाओ

कुहके जग-भर में
तू कल्याणी
मकरंद बने
तेरी युववाणी
जैसे मधुपूरित अमलतास
तुम सुरभि
बन छाओ


रचनाकाल : 2007