{{KKRachnakaarParichay
|रचनाकार=साक़िब लखनवी
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मिर्ज़ा ज़ाकिर हुसेन ‘साक़िब’ का जन्म २ जनवरी १८६९ को आगरे में हुआ। अभी छः माह के थे कि आपके पिता आगरा छोड़कर लखनऊ चले आये और वहीं बस गए। बचपन से ही शायरी का शौक था पर बुज़ुर्गों के डर से मन ही मन घुटने लगे। आखिर १२ वर्ष की उम्र में कुछ हिम्मत समेट कर मुशायरों के मिसरा तरहों पर ग़ज़ल लिखते और सहपाठियों को मुशायरों में पढ़ने को देते। इस तरह उन्हें पता चलता कि उनके लेखन को किस शायर ने सराहा। यही उनके लिए आत्मसंतोष का विषय था।