भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 16: | पंक्ति 16: | ||
|विविध=-- | |विविध=-- | ||
}} | }} | ||
+ | <poem> | ||
+ | ॐ | ||
+ | समर्पण | ||
+ | वासुदेवमयी सृष्टि की | ||
+ | उस सत्ता को | ||
+ | जिसने जीवन की | ||
+ | चिलचिलाती धूप में, | ||
+ | छाँव बन कर ठाँव दी। | ||
+ | --मृदुल कीर्ति | ||
+ | |||
+ | ''विनय'' | ||
+ | श्याम! नै वेणु बजाई घनी, | ||
+ | शंख 'पाञ्चजन्य' गुंजाय करे। | ||
+ | अब आनि बसौ मोरी लेखनी में | ||
+ | ब्रज भाषा में गीता सुनाऔ हरे। | ||
+ | </poem> | ||
* [[अध्याय १ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति]] | * [[अध्याय १ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति]] | ||
* [[अध्याय १ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति]] | * [[अध्याय १ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति]] |
19:29, 17 अक्टूबर 2009 का अवतरण
श्रीमदभगवदगीता (ब्रजभाषा में काव्यानुवाद)
रचनाकार | मृदुल कीर्ति |
---|---|
प्रकाशक | दयानंद संस्थान, 2286, आर्य समाज रोड, करोलबाग, नई दिल्ली - 110005 |
वर्ष | मई 2001 |
भाषा | ब्रजभाषा |
विषय | श्रीमदभगवदगीता का ब्रजभाषा में काव्यानुवाद |
विधा | सवैया |
पृष्ठ | 242 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
ॐ
समर्पण
वासुदेवमयी सृष्टि की
उस सत्ता को
जिसने जीवन की
चिलचिलाती धूप में,
छाँव बन कर ठाँव दी।
--मृदुल कीर्ति
विनय
श्याम! नै वेणु बजाई घनी,
शंख 'पाञ्चजन्य' गुंजाय करे।
अब आनि बसौ मोरी लेखनी में
ब्रज भाषा में गीता सुनाऔ हरे।
- अध्याय १ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय २ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय २ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ३ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ३ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ४ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ४ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ५ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ५ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ६ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ६ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ७ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ७ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ८ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ८ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ९ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ९ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १० / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १० / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ११ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय ११ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १२ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १२ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १३ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १३ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १४ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १४ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १५ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १५ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १६ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १६ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १७ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १७ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १८ / भाग १ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति
- अध्याय १८ / भाग २ / श्रीमदभगवदगीता / मृदुल कीर्ति