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"दृढ इन चरण कैरो भरोसो / सूरदास" के अवतरणों में अंतर

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दृढ इन चरण कैरो भरोसो, दृढ इन चरणन कैरो ।
 
दृढ इन चरण कैरो भरोसो, दृढ इन चरणन कैरो ।
 
 
श्री वल्लभ नख चंद्र छ्टा बिन, सब जग माही अंधेरो ॥  
 
श्री वल्लभ नख चंद्र छ्टा बिन, सब जग माही अंधेरो ॥  
 
 
साधन और नही या कलि में, जासों होत निवेरो ॥
 
साधन और नही या कलि में, जासों होत निवेरो ॥
 
 
सूर कहा कहे, विविध आंधरो, बिना मोल को चेरो ॥
 
सूर कहा कहे, विविध आंधरो, बिना मोल को चेरो ॥
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15:52, 23 अक्टूबर 2009 के समय का अवतरण

दृढ इन चरण कैरो भरोसो, दृढ इन चरणन कैरो ।
श्री वल्लभ नख चंद्र छ्टा बिन, सब जग माही अंधेरो ॥
साधन और नही या कलि में, जासों होत निवेरो ॥
सूर कहा कहे, विविध आंधरो, बिना मोल को चेरो ॥