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"सँवारा होता / अभिज्ञात" के अवतरणों में अंतर

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23:04, 4 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

कभी बिखरा के सँवारा तो करो
मुझपे एहसान गवारा तो करो

जिसकी सीढ़ी से कभी गिर के मरूँ
ऐसी मंज़िल का इशारा तो करो

मैं कहाँ डूब गया ये छोड़ो
तुम बहरहाल किनारा तो करो

हमको दिल से नही कोई मतलब
तुम ज़रा हँस के उजाला तो करो