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फिर कबीर / मुनव्वर राना

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*[[अना की मोहनी सूरत बिगाड़ देती है / मुनव्वर राना]]
*[[हम दोनों में आँखें कोई कोई गीली नहीं करता / मुनव्वर राना]]
*[[तेरे चेहरे पे कोई ग़म नहीं देखा जाता / मुनव्वर राना]]
*[[उदास रहता है बैठा शराब पीता है / मुनव्वर राना]]
*[[जो हुक़्म देता है वो इल्तिजा भी करता है / मुनव्वर राना]]