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"तुम्हारा रक्तकमल / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर
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जड़ सहित रक्तकमल काट लाओ | जड़ सहित रक्तकमल काट लाओ | ||
तुम्हारा रक्तकमल। | तुम्हारा रक्तकमल। | ||
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22:16, 9 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण
देखो !
तुम सभी देखो
उस औरत को देखो
मुझे
मालूम है सब-कुछ
उस औरत के विषय में
जिसे उन्होंने रक्तकमल पर खड़ा किया है
तुम्हारा रक्तकमल
उस
औरत के
हाथों से टपकते
चंद चांदी के सिक्के ज़मीन पर
ख़ुश मत हो !
तुम्हारे रक्त से निर्मित
वे सिक्के तुम्हारे नहीं हैं
उनके हैं
जिनके पास रक्तकमल है
तुम्हारा रक्तकमल
वे फेंकते हैं सिक्के तुम्हें
सेकते हैं भट्ठी पर
भूनते हैं माँस-- बोटी टूंगते हैं
शेष बचे रक्त से रक्तकमल उगाते हैं
औरत लाते हैं और
फिर सिक्के गिराते हैं
समझो तुम
फँस मत जाना, सावधान रहना
सिक्के मत उठाना
नहीं तो वे फिर
तुम्हारा रक्त मांगेंगे
नया रक्तकमल उगाने के लिए।
अब
एक काम करो तुम
चाकू बन जाओ
तेज़ी से जाओ-- वार करो
जड़ सहित रक्तकमल काट लाओ
तुम्हारा रक्तकमल।