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युद्धःबच्चे और माँ / कविता वाचक्नवी
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08:58, 17 दिसम्बर 2009
घात लगाए
महिलाओं, बच्चों की देहों को बटोरने
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बेच सकेगा शायद जिन्हें
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किसी सरहद पर
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और खरीदेगा
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बदले में
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हत्याओं की खुली छूट, वह।
कौरव दल की होंगी
एक ओर द्रौपदी
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पुत्रहीना
सुलोचना
मंदोदरी रहेंगी........।
चंद्र मौलेश्वर
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