भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"कृश्न कुमार 'तूर'" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
|कृतियाँ=[[सरनामा-ए-गुमाँ नज़री / कृश्न कुमार 'तूर'| सरनामा-ए-गुमाँ नज़री ]],[[शेर शगुफ़्त / कृश्न कुमार 'तूर'| शेर शगुफ़्त]],[[मुश्क-मुनव्वर / कृश्न कुमार 'तूर'| मुश्क-मुनव्वर]],[[रफ़्ता रम्ज़ / कृश्न कुमार 'तूर'| रफ़्ता रम्ज़]],[[आलम ऐन / कृश्न कुमार 'तूर'| आलम ऐन ]] | |कृतियाँ=[[सरनामा-ए-गुमाँ नज़री / कृश्न कुमार 'तूर'| सरनामा-ए-गुमाँ नज़री ]],[[शेर शगुफ़्त / कृश्न कुमार 'तूर'| शेर शगुफ़्त]],[[मुश्क-मुनव्वर / कृश्न कुमार 'तूर'| मुश्क-मुनव्वर]],[[रफ़्ता रम्ज़ / कृश्न कुमार 'तूर'| रफ़्ता रम्ज़]],[[आलम ऐन / कृश्न कुमार 'तूर'| आलम ऐन ]] | ||
|विविध='''सर सब्ज़''' पत्रिका के सम्पादक, '''हिमाचल साहित्य अकादमी पुरस्कार''' से सम्मानित | |विविध='''सर सब्ज़''' पत्रिका के सम्पादक, '''हिमाचल साहित्य अकादमी पुरस्कार''' से सम्मानित | ||
− | |||
|अंग्रेज़ीनाम=Krishn Kumar Toor | |अंग्रेज़ीनाम=Krishn Kumar Toor | ||
|जीवनी=[[कृश्न कुमार 'तूर' / परिचय]] | |जीवनी=[[कृश्न कुमार 'तूर' / परिचय]] | ||
− | |shorturl= | + | |shorturl=kktoor |
}} | }} | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
*'''[[सरनामा-ए-गुमाँ नज़री / कृश्न कुमार 'तूर']]''' | *'''[[सरनामा-ए-गुमाँ नज़री / कृश्न कुमार 'तूर']]''' | ||
− | *'''[[आलम ऐन / कृश्न कुमार'तूर']]''' | + | *'''[[आलम ऐन / कृश्न कुमार 'तूर']]''' |
<sort order="asc" class="ul"> | <sort order="asc" class="ul"> | ||
*[[अब सामने लाएँ आईना क्या / कृश्न कुमार 'तूर']] | *[[अब सामने लाएँ आईना क्या / कृश्न कुमार 'तूर']] |
12:03, 24 दिसम्बर 2009 का अवतरण
कृश्न कुमार 'तूर'
www.kavitakosh.org/kktoor
www.kavitakosh.org/kktoor
जन्म | 11 अक्तूबर 1933 |
---|---|
उपनाम | 'तूर' |
जन्म स्थान | भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
सरनामा-ए-गुमाँ नज़री , शेर शगुफ़्त, मुश्क-मुनव्वर, रफ़्ता रम्ज़, आलम ऐन | |
विविध | |
सर सब्ज़ पत्रिका के सम्पादक, हिमाचल साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित | |
जीवन परिचय | |
कृश्न कुमार 'तूर' / परिचय | |
कविता कोश पता | |
www.kavitakosh.org/kktoor |
<sort order="asc" class="ul">
- अब सामने लाएँ आईना क्या / कृश्न कुमार 'तूर'
- तेरे फ़िराक़ में जितनी भी अश्कबारी की / कृश्न कुमार 'तूर'
- तेरे ही क़दमों में मरना भी अपना जीना भी / कृश्न कुमार 'तूर'
- राह-ए-सफ़र से जैसे कोई हमसफ़र गया / कृश्न कुमार 'तूर'
</sort>