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"तीन (घोड़ेः रथ के) / सुदर्शन वशिष्ठ" के अवतरणों में अंतर

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17:04, 1 जनवरी 2010 का अवतरण

घोड़े दौड़ रहे हैं सरपट रथ में जुने
सारथि की हुँकार पर दौड़ते
दिशा बदलते पैंतरे बदलते करतब दिखाते
घोड़े रथ हैं
दूसरो की दिघ्रभ्रमित करने वाली चाल का नाम घोड़े
हैं।

जहाँ घोडे अपनी चल से चकरा
धंसा देते हैं रथ का पहिया
वहाँ कर्ण की मौत होती है
सारथि का कौशल
जय-पराजय,यश-अपयश,जीवन-मृत्यु
घोड़े हैं।