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"हँसी / नरेश सक्सेना" के अवतरणों में अंतर
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किसी के हँसने की आवाज़। | किसी के हँसने की आवाज़। | ||
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10:59, 5 जनवरी 2010 के समय का अवतरण
(आपातकाल के दौरान)
भयानक होती है रात
जब कुत्ते रोते हैं
लेकिन उससे भी भयानक होती है रात
जब कुत्ते हँसते हैं
सुनो क्या तुम्हें सुनाई देती है
किसी के हँसने की आवाज़।