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"ऐ हवा कुछ तो बता / माचिस" के अवतरणों में अंतर

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ऐ हवा कुछ तो बता<br />
 
जानेवालों का पता<br />
 
काली घटाओ तुम छू के पहाड़ों को<br />
 
लौट आना<br />
 
हाँ तुम लौट आना<br />
 
  
जंगल से जाती पगड़ण्डियों पे -२<br />
 
देखो तो शायद पाँव पड़े हों<br />
 
कोहरे की दूधिया ठडीं गुफ़ा में<br />
 
बादल पहन के शायद खड़े हों<br />
 
हौले से कानों में मेरा कहा कहना<br />
 
लौट आना<br />
 
हाँ तुम लौट आना<br />
 
 
रिसने लगा है झीलों का पानी<br />
 
घुलने लगा है शाम का सोना<br />
 
कहाँ से थामूँ रात की चादर<br />
 
कहाँ से पकड़ूँ धूप का कोना<br />
 
जाइयो पास उनके मेरा कहा कहना<br />
 
लौट आना<br />
 
हाँ तुम लौट आना<br />
 

22:33, 21 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण