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"मत्थे ते चमकन वाल / पंजाबी" के अवतरणों में अंतर
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00:13, 2 मार्च 2010 का अवतरण
संगीतकार : ओ पी नय्यर
गीत : एस एच बिहारी
गायक : आशा
चैन से हमको कभी आपने जीने ना दिया
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया
चैन से हमको कभी
चांद के रथ में रात कि दुल्हन जब जब आएगी
याद हमारी आपके दिल को तडपा जायेगी
आपने जो है दिया वो तो किसी ने ना दिया
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया
चैन से हमको कभी
आप का गम जो इस दिल में दिन रात अगर होगा
सोच के यह दम घुटता है फिर कैसे गुज़र होगा
काश ना आती अपनी जुदाई मौत हो आ जाती
कोई बहाने चैन हमारी रूह तो पा जाती
एक पल हँसना कभी दिल कि लगी ने ना दिया
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया
चैन से हमको कभी