गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
आत्ममिलन /अमृता प्रीतम
52 bytes added
,
21:35, 7 मार्च 2010
|संग्रह=
}}
[[Category:पंजाबी भाषा]]
{{KKCatKavita}}
<poem> मेरी सेज
हाजिर
हाज़िर
हैपर जूते और
कमीज
कमीज़
की तरह
तू अपना बदन भी उतार दे
उधर मूढ़े पर रख दे
कोई खास बात नहीं
बस अपने अपने देश का
रिवाज
रिवाज़
है……
</poem>
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,440
edits