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"मुहब्बत के फूल / हरकीरत हकीर" के अवतरणों में अंतर

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मैंने बीजे हैं
 
मैंने बीजे हैं
कुछ मुहब्बत के फूल
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अबके होली में
अबके होली में....
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कुछ फूल
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मुहब्बत के....
  
 
इन्हें सींचना तुम
 
इन्हें सींचना तुम

14:59, 3 अप्रैल 2010 के समय का अवतरण

मैंने बीजे हैं
अबके होली में
कुछ फूल
मुहब्बत के....

इन्हें सींचना तुम

वो सुर्ख रंग
जो तलाशते थे तुम
इन्हीं में है....