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"राजवती / मुकेश मानस" के अवतरणों में अंतर

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'''राजवती'''
 
 
 
राजवती अच्छी थी
 
राजवती अच्छी थी
 
पति से दबती थी
 
पति से दबती थी

16:26, 6 जून 2010 के समय का अवतरण

राजवती अच्छी थी
पति से दबती थी
मार खूब सहती थी
कुछ नहीं कहती थी

राजवती अच्छी थी
जितना कमाती थी
पति को थमाती थी
बच्चों को खिलाती थी

राजवती एक दिन
खराब औरत बनी
जुल्म के आगे
जैसे ही तनी

राजवती बन गई थी
शोषण के ख़िलाफ़ चंडी
सबने उसे कहा
वेश्या और रंडी

रचनाकाल:1996