Changes

गले मिलते रहे गल के
शरण संबल रहे बल के
रची रचना रुचिर वसनावचना
नलिन नयना विशद वसना
गए तुम कर गए सूना
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,393
edits