"शादी के गीत /बन्ना बन्नी" के अवतरणों में अंतर
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बन्ने के नैना जादू के बान, बन्ने के नैना जादू के बान | बन्ने के नैना जादू के बान, बन्ने के नैना जादू के बान | ||
20:18, 26 अक्टूबर 2010 के समय का अवतरण
1.
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
इनकी मनोहर जोडी लागे कितनी भली
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
बहना के घर में ये पहली खुशी है
पहली खुशी बडी देर से मिली है
सपना पूरा हुआ, मन की आशा फली
इनकी मनोहर जोडी लागे कितनी भली
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
दिन रंग भरे आयेंगे, होगी हर रात दिवाली
संग ले के चली अपने घर, अब दिया जलाने वाली
प्यारे भैया ने पायी दुल्हन सांचे में ढली
इनकी मनोहर जोडी लागे कितनी भली
अपना बन्ना फूल गुलाबी, बन्नो चम्पे की कली
2.
केसरिया बन्ना बागों में आया रे,केसरिया बन्ना बागों में आया रे
आवो री सज धज कर आवो री,
सखियन सब आवो री, माला पहनावो री
केसरिया बन्ना बागों में आया रे॥
ये मेरे हाथ फूलों की डाली,ये मेरे हाथ फूलों की डाली
मैं जो मालन बन कर आयी, बागों में एसी छायी
केसरिया बन्ना बागों में आया रे
ये मेरे हाथ चौमुखी दियना,ये मेरे हाथ चौमुखी दियना
मैं तो ज्योती बन कर आयी, महलों में एसी छायी
केसरिया बन्ना बागों में आया रे
ये मेरे हाथ पानों के बीडे,ये मेरे हाथ पानों के बीडे,
मैं जो लाली बन कर आयी,रंगों में एसी छायी
केसरिया बन्ना बागों में आया रे,
केसरिया बन्ना बागों में आया रे,
आवो री सज धज कर आवो री,
सखियन सब आवो री, माला पहनावो री
केसरिया बन्ना बागों में आया रे॥
3.
बन्ने के नैना जादू के बान, बन्ने के नैना जादू के बान
मैं वारी वारी जाऊ रसिया, मैं वारी वारी जाऊ रसिया॥
शीश रेशम की पगिया सोहे, मोरे पन्खा की है सिरमोर
मैं वारी वारी जाऊ रसिया, मैं वारी वारी जाऊ रसिया॥
कान बन्ने के कुन्डल सोहे,मोतियन की है चमकार
मैं वारी वारी जाऊ रसिया, मैं वारी वारी जाऊ रसिया॥
श्याम बदन पर पियरो जामा, मुनिमन हरत लुभान
मैं वारी वारी जाऊ रसिया, मैं वारी वारी जाऊ रसिया॥
संग सोहे राजों की बेटी, रुक्मिनी बाम बखान
मैं वारी वारी जाऊ रसिया, मैं वारी वारी जाऊ रसिया॥