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'''१.'''<br>
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* [[अंगना में कुइयाँ खोनाइले, पीयर माटी नू ए]]
अंगना में कुइयाँ खोनाइले, पीयर माटी नू ए,<br>
+
* [[बबुआ बइठले नहाए त सासु निरेखेली ए ]]
ए ललना जाहिरे जगवहु कवन देवा, नाती जनम लिहले हो।<br>
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* [[जेठ बइसखवा के पुरइन लहर-लहर करे ]]
नाती जनमले त भल भइले, अब वंस बाढ़हू ए।<br>
+
* [[सोने के खरउआ राजा रामचन्द्र खुटुर-खुटुर चले नु ए]]
ए ललना देह घालऽ सोने के हँसुअवा,<br>
+
* [[जुग जुग जियसु ललनवा]]
बाबू के नार काटहु ए।<br>
+
ए ललना देइ घालऽ सोने के खपड़वा,<br>
+
बाबू के नहवाईवि ए।<br>
+
ए ललना जाहि रे जगवहु कवन देवा,<br>
+
नाती जनम लिहले ए ।<br>
+
नाती जनमले त भल भइले, अब वंस बाढ़हु ए ।<br>
+
ए ललना देई घालऽ रेशमऽ के कपड़वा,<br>
+
जे बाबू के पेनहाइवि ए ।<br><br>
+
 
+
'''२.'''<br>
+
बबुआ बइठले नहाए त सासु निरेखेली ए,<br>
+
ललना कवना चेली के लोभवलु त,<br>
+
गरभ रहि जाले नू ए।<br>
+
पुत मोरे बसेले अयोध्या, पतोहिया गजओबर ए,<br>
+
ए सासु भंवरा सरीखे प्रभु अइले,<br>
+
गरभ रहि जाले नू ए।<br>
+
मोरे पिछुअरवा पटेहरवा भइया, तूहू मोरे हितवा नू ए,<br>
+
बिनी द ना रेशमऽ के जलिया त,<br>
+
छैला के भोराइवि हे।<br>
+
बिनि देहले रेशमऽ के जलिया, रेशम-डोरिया लगाई देहले ए<br>
+
लेहि जाहु रेशम के जलिया, छैला के भोरावऽहु ए ।<br>
+
सुतल बाड़ू कि जागलऽ सासु,<br>
+
चिन्ही लऽ आपनऽ पुतवा अछरंगवा मत लगावऽहु ए। (अछरंग=दोष)<br><br>
+
 
+
'''३.'''<br>
+
जेठ बइसखवा के पुरइन लहर-लहर करे,<br>
+
ताहि कोखी धिअवा जनमली त पुरुख बेपछ परले ए। (बेपछ=विपक्ष)<br>
+
मइले ओढ़न, मइले डासन, कोदो चउरा पंथ भइले,<br>
+
रेंडवा के जरेला पसंगिया, निनरियो नाहि आवेले ए।<br>
+
लाले ओढ़न, लाल डासन, बसमती चउरा पंथ भइले,<br>
+
चनन के जरेला पसंगिया, निनरिया बलु आवेले ए।<br>
+
सासु के देबऽ रेडिय तेल, ननद के तिसिए तेल,<br>
+
गोतिन के देबऽ फुलेल तेल, हम गोतिन पाइंच ए।<br>
+
सासु जे आवेली गावत, ननद बजावत हे,<br>
+
गोतिन आवेली बिसमाधम मुदइया मोरे जनमऽलन,<br>
+
सासु के डासबऽ खटिअवा, ननद के मचिअवा नू ए।<br>
+
गोतिन के लाली पलंगिया हम गोतिन पाइंचए। <br><br>
+
 
+
'''४.'''<br>
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सोने के खरउआ राजा रामचन्द्र खुटुर-खुटुर चले नु ए।<br>
+
चली गइले आमा के बोलावे-<br>
+
चलहु आमा चलहु मोरा अंगना चलहु ए,<br>
+
मोर धनि बेदने-बेआकुल झँझिरिया धइले लोटेली हे।<br>
+
नाहीं जाइब ए बबुआ नाहीं जाइब, तहरा अँगनवाँ नाहीं जाइब हे,<br>
+
तहरा धनि बोलेली बिरहिया, सहल नाहीं जाला नु ए।<br>
+
चलहु ए मामी चलहु, मोरे अंगना चलहु हे<br>
+
मोर धनि बेदने-बेआकुल झंझरिया धरी लोटेली हे।<br>
+
नाहीं जाइब ए बबुआ नाहीं जाइब, तोर धनि बोलेली<br>
+
बिरही कड़कवा, मोरे हिया लागेला हे।<br>
+
महतारी, भाभी के बाद बहिन के पास गए और फिर अन्त में -<br>
+
लोटहु ए धनि लोटहु झंझरिया धरी लोटहु ए।<br>
+
आमा के बोलेलू बिरहिया सहल नाहीं जाला नु ए।<br>
+
बहिन , भाभी... के बोलेलू बिरहिया सहल नाहीं जाला नु ए। <br>
+
नउजी अइहें सासु, नउजी अइहें ननदो, नउजी अइहें गोतिन, नउजी अइहें हो (नउजी=चाहे न)<br>
+
प्रभुजी ओढ़ि लेब ललका रजइया सउरिया हमी लिपबऽ नु ए। (ललका रजइया=कफन)<br>
+
घरी रात बितले पहर रात, अउरी छने रात हे <br>
+
ललना अधेराती होरिला जनमले, महलिया उठे सोहर ए<br>
+
मोरा पिछुअरवा बजनिया भैया, भैया धीरे-धीरे बजवा बजइह,<br>
+
ननदवा जनि जानस हे।<br>
+
ललना सुनि लहली लउरी ननदिया, बेसरिया हम बधइया लेब हे, (लउरी=छोटी)<br>
+
सभवा बइठल बाबा बानी, सरब गुन आगर बानी हे, (बेसरिया=नकबेसर, नाक का एक आभूषण)<br>
+
भउजो के भइले नन्दलाल, बेसरिया हम बधइया लेब हे।<br>
+
उहवाँ से बाबा उठि आवे ले, अंगना में ठारा भइले हे <br>
+
बबुआ देइ घालऽ नाक के बेसरिया दुलारी धिअवा पाहुन हे। (फुफुतिया=फांड)<br>
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नाक में से कढ़ली बेसरिया फुफुतिया में चोरावेली हे<br>
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इहे बेसरिया हमके बाबा दहले, बधइया तोहके नाहीं देब हे।<br><br>
+

20:34, 4 दिसम्बर 2010 का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात