Last modified on 5 जनवरी 2010, at 10:17

कविताएँ / नरेश सक्सेना

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:17, 5 जनवरी 2010 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

जैसे चिड़ियों की उड़ान में
शामिल होते हैं पेड़
क्या कविताएँ होंगी मुसीबत में हमारे साथ?

जैसे युद्ध में काम आए
सैनिक की वर्दी और शस्त्रों के साथ
ख़ून में डूबी मिलती है उसके बच्चे की तस्वीर
क्या कोई पंक्ति डूबेगी ख़ून में?

जैसे चिड़ियों की उड़ान में शामिल होते हैं पेड़
मुसीबत के वक़्त कौन सी कविताएँ होंगी हमारे साथ
लड़ाई के लिए उठे हाथों में
कौन से शब्द होंगे?