Last modified on 17 अक्टूबर 2013, at 07:35

खड़ खेत औरूं / कन्हैया लाल सेठिया

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:35, 17 अक्टूबर 2013 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

कांई हुसी देख्यां
हथेली री लीकां ?
जा‘र देख
काढयोड़ा ऊमरा,
कोनी गयो उंडो
हळ रो चऊ,
बिन्यां हुयां उरली
अजड़ माटी
कियां छोड़सी
बीज जड़ ?
चावै जे
उगाव जोरां
कर हथेली ऊंदी
थाम चोटियो
खड़ खेत औरूं !