ख़ुद को ,
ख़ुद से
ढ़ूंढ़ कर,
ले आया हूं ,
भीतर से बाहर ।
भीतर था ,
तो मुझे ,
मैं-
दिखाई देता था ।
बाहर हूं ,
तो-
दिखाई देता हूं ।
सवाल ये है-
कि आख़िर,
मैं दिखता कैसा हूं ?
ख़ुद को ,
ख़ुद से
ढ़ूंढ़ कर,
ले आया हूं ,
भीतर से बाहर ।
भीतर था ,
तो मुझे ,
मैं-
दिखाई देता था ।
बाहर हूं ,
तो-
दिखाई देता हूं ।
सवाल ये है-
कि आख़िर,
मैं दिखता कैसा हूं ?