Last modified on 15 मार्च 2011, at 19:11

होली हाइकू / पूर्णिमा वर्मन

Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:11, 15 मार्च 2011 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


अबकी साल

बसंती सपने

तुम ही तुम


कितनी बाट

तके मन फागुन

है गुमसुम


नैनों तलक

फ़हरती सरसों

मन चंदन


ढोल मंजीर

धनकती धरती

चंग मृदंग


टेसू चूनर

अरहर पायल

वन दुल्हन


होली आँगन

मन घन सावन

साजन बिन


बंदनवार

बँधे घर बाहर

बड़ा सुदिन


बिसरें बैर

मनाएँ जनमत

प्रीत कठिन


केसर गंध

उड़े वन-उपवन

मस्त पवन


पागल तितली

भटके दर-दर

बनी मलंग


डाल लचीली

सुबह सजीली

खिले कदंब


छ्प्पन भोग

अठारह नखरे

गया हेमंत