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बुन्देली वैवाहिक लोकगीत
Kavita Kosh से
विषय सूची
- 1 लगुन
- 2 साँझी
- 3 बागा सिलाई
- 4 वर की खोज
- 5 बनरा-बनरी
- 6 बारामासी
- 7 गारी
- 8 माता पूजन
- 9 मटियानौ
- 10 अरगौ
- 11 बीदौरी
- 12 अलगोजा
- 13 विरहुल
- 14 संजूना
- 15 हल्दी-तेल के गीत
- 16 कूकरा
- 17 मेंहदी
- 18 मड़वा
- 19 भात-चीकट
- 20 विनायकी
- 21 दूल्हा निकासी
- 22 गौरेयाँ-जुगिया
- 23 ऊबनी के गीत
- 24 द्वारचार-टीका
- 25 चढ़ाव के गीत
- 26 सुहाग लेने के गीत
- 27 भाँवर के लिए दूल्हे का आगमन
- 28 कन्यादान
- 29 भाँवर गीत
- 30 पाँव पखरई का गीत
- 31 धान बुआई
- 32 माड़ें पूजन का गीत
- 33 ज्योनार के गीत
- 34 दातुन
- 35 ज्यौनार गारी
- 36 विवाह के अन्य अवसरों के गीत
- 37 =कंकन-बंद छोड़ना
लगुन
- कोरे कोरे कागज मँगाओ राजा बाबुल / बुन्देली
- फूलौ है पंचरंग फूल सबई रंग फूलियौ / बुन्देली
- इन वारे बनरे की लगुन हो आई / बुन्देली
- सो आज मोरे राम जू खों लगुन चढ़त है / बुन्देली
- इन रघुनंदन धनुष उठाये / बुन्देली
साँझी
बागा सिलाई
वर की खोज
- हमरे अगनवा में तुलसी को बिरछा / बुन्देली
- बागन बिरछा आम के कोयल है रखवारी / बुन्देली
- राजा जनक के घने हैं बगीचा सिया फूल बीनन जायें मोरे लाल / बुन्देली
- बागन बागन डोलें राजा बाबुल / बुन्देली
बनरा-बनरी
- मेरी छत्रसाल राजन कौ बनरा क्या क्या मारे. / बुन्देली
- नगर में शोर भारी है न जाने किनकी शादी है / बुन्देली
- दूर खेलन जिन जाओ बन्नी उतें सें बारे दूल्हा आ जैहें / बुन्देली
- छमाछम नाच रई गंगा हिलौरें ले रई जमुना / बुन्देली
बारामासी
गारी
माता पूजन
- लटक रये मड़ माझ लौंग के बिरछा झालरे हो महाराज / बुन्देली
- हनुमान बाबा हो तुमई निमंते हो / बुन्देली
- अटरिया छाय रही लौंगन में / बुन्देली
- ऊँचों खैरो डगमगो गुन गाइये / बुन्देली
- गोरी गोरी बहियाँ हरी पीरी चुरियाँ / बुन्देली
- तीन दिना दोइ रात बरन नोनो मूँदियो / बुन्देली
- हमाये ठाकुर राजा बाखर में आये / बुन्देली
मटियानौ
अरगौ
बीदौरी
अलगोजा
विरहुल
संजूना
हल्दी-तेल के गीत
कूकरा
- कै अब ढुर लागै कूकरा, बड़े भोरहि बोले कूकरा, / बुन्देली
- कौन कौ मुरगा रंगौ चंगौ मगरे दै आवाज / बुन्देली
- घूरे पै मुरगा चुनै रे / बुन्देली
मेंहदी
मड़वा
भात-चीकट
- भात जो माँगन चली बैना भैया की नगरी / बुन्देली
- करौं विनती सुनौ भैया समय पै भात लै अइयौ / बुन्देली
- हरदौल चीकट लै कें आये कुंजावती के द्वारे / बुन्देली
- लटक रये फूंदना बातों के छुटक रये फूंदना बातों के / बुन्देली
विनायकी
- मेरौ पूनौ जैसो चंद बना जग कौ उजियारो रे / बुन्देली
- बना के अँगना गेंदी फूल कुसुंभ रंग फीकौ लागौ रे / बुन्देली
दूल्हा निकासी
- दो घोरी साजन लिख भेजीं सो साँवरे गोरे अत लड़ अंग भले जू / बुन्देली
- काना से घोरी चली मनमोहन काना परे हैं मिलान / बुन्देली
- अबेरो दूल्हा क्यों सजौ महाराज / बुन्देली
- कारी बदरिया ऊनई अरे तै जिन बरसो हो / बुन्देली
- नौने नीके आजुल जू हो तो जइयो सजन घरै / बुन्देली
- लालन चलतन कागा हो बोलै नीलकंठ सुहावने / बुन्देली
- बौ तो सब कोउ चलौ है बरातै ओ कजरौटा लला / बुन्देली
- तूने कौना के भरोसे घर छोड़ो रे बना / बुन्देली
गौरेयाँ-जुगिया
- आइयो बैना आइयो बाई आज हमारें गौरेयाँ / बुन्देली
- पैली परसा आई पातर, पातर देख हो गई आतर / बुन्देली
- ता थैया ता थैया थोरे दिनन की ता थैया / बुन्देली
- अरे जीजा बर जाये तौरौ होरा / बुन्देली
ऊबनी के गीत
- आजुल कैसे परे हो सुख नींद सो सजना चढ़े आ रहे / बुन्देली
- नन्नी नन्नी बुंदियन मेहो बरस रओ राजा आजोला, राजा बाबोला / बुन्देली
द्वारचार-टीका
चढ़ाव के गीत
- रूनुक झुनुक पग धारियों बेटी राजन की / बुन्देली
- मोरी सीता कौ चढ़त चढ़ाव / बुन्देली
- सीयाजू कौ चढ़त चढ़ाव सो सीता बेटी राम रची / बुन्देली
- हरी बगिया हरे केला लगाये नये साजन आये / बुन्देली
- हरे मंडप के तरें देख जाव जू चढ़ै सियाजू कौ चढ़ाव जू / बुन्देली
सुहाग लेने के गीत
- बेटी ठाड़ी किवाड़ की ओट सुहाग दें रई पार्वती / बुन्देली
- हम वर पाये जैसें मानिक हीरा मानिक हीरा जैसें जरद नगीना / बुन्देली
- श्याम वर के लाने बेटी ठाड़ी बखरी / बुन्देली
- ऐसी री सुहाग मैंने घोर घोर गारौ / बुन्देली
भाँवर के लिए दूल्हे का आगमन
कन्यादान
- इड़ियन छिड़ियन उतरीं मोरी लाड़ली / बुन्देली
- आजुल उपासे होंय धिया के चरनन कों / बुन्देली
- सुनो गउअन की अरज मुरारी हो मोरी प्रभु कीजिये सहाय / बुन्देली
भाँवर गीत
- देखो सखी नृप ब्याहन आये दशरथ राज दुलारे जू / बुन्देली
- प्यारी सीताजू की परती भाँवरें जू / बुन्देली
- मोरी धिया गुर पौखी होय सो चट चट फिर गई / बुन्देली
पाँव पखरई का गीत
धान बुआई
माड़ें पूजन का गीत
ज्योनार के गीत
- पहिले सरसुत बुध मनाऊँ दूजे गुरू गोविन्द मनाऊँ / बुन्देली
- बरनत बनत न काउ तरा सें जा कच्ची ज्योनार भले जू / बुन्देली
- चार रंग के चार सिंहासन चारों पै बैठारे जी / बुन्देली
दातुन
ज्यौनार गारी
- महा शोर भयौ महा शोर भयौ मरे हरदौल / बुन्देली
- कौना की पातर में का का सबाद बाबाजू / बुन्देली
- गये ते जखौरा की हाट रे मोरे रंजन भौरा / बुन्देली
- कुत्ता पाल लो नये समधी जजमान कुत्ता पाल लो / बुन्देली
- ओलामासी कोहलिया हो सो तुम जैहौ लंगर कौन दिखा / बुन्देली
- जाँ लटक रये अनार बाग लै चलो रे लै चलो रे लिवा चलो रे / बुन्देली
- बारी में के चार बिलौटा, दो कारे दो लाल रे / बुन्देली
- बाबा कौना की गड़िया टूट गई / बुन्देली
विवाह के अन्य अवसरों के गीत
- सकरी खटुलिया पै गौरा महादेव, / बुन्देली
- मैना बोली चिरैया के न्यौते हम जायें, मैना बोल गई / बुन्देली
- सब नाजन में नाज सभा सब मिल कर आवै रे / बुन्देली
- है पतरी कमर नाजुक बहियाँ धनुष कैसें टोरें सइयाँ / बुन्देली
- गंगा जमुन की बालू रते में मलिया ने बाग लगाये / बुन्देली
=कंकन-बंद छोड़ना
कुँवर कलेवा के गीत
- लाला करो कलेवा जल्दी / बुन्देली
- कुँअर कलेऊ खों चलौ स्वामी भीतर चलौ / बुन्देली
- साइलि कों मचल रए दुलारी जे करत कलेऊ नइयाँ / बुन्देली
- जुर आई ललाजू की सारियाँ, बैठी मीठी गावें गारियाँ / बुन्देली
दायजा सौंपने का गीत
मुँह मड़ई
समधी की विदा
डलिया-विदा लड़की की
- सियाजू की डलिया खूब सजइयौ / बुन्देली
- मेरी बेटी चली ससुराल मेरे घर को खेले गुड़ियाँ / बुन्देली
- बाबुल भेज रहे परदेश मैया के घर छूट रहे / बुन्देली
- छुन छुन चिरैया उड़ चली / बुन्देली
- नौने नीके दीवान लाला हो लड़ली पठै दियौ / बुन्देली
गैल रोकने का गीत
बहू-बेटा लेने का गीत
सुहाग रात के गीत
- सतरंजी के लौटौ बिछौना / बुन्देली
- हमसें हाथ न लगइयौ बलम दूरई खों रइयो / बुन्देली
- मरोड़ दई बहियाँ कैसें उठें / बुन्देली
- तेरे पलकन पाँव धरौ न रसिया / बुन्देली
- मैं तो हो गई पपीहरा पिया पिया सें / बुन्देली
दादरे
- सुनो री जीजी जीजा कौ बिलैया लै गई टार कै / बुन्देली
- मेरे दस्ते की कील मिलेगी कैसे / बुन्देली
- राजा जी की चाल बता गऔ देवरिया / बुन्देली
- रोये रोये नैना बिगारे बलम कजरौटी न ल्याये / बुन्देली
- अटरिया चढ़ गई रे भई बदनाम / बुन्देली
- नन्हीं सी बुंदिया देख कै भीजन चली आई औ बलमा / बुन्देली
- हमसें बलम सें ऐसी बिगरी / बुन्देली