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मगही लोकगीत
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सोहर (प्रथम खंड)
- परथम गनेस पद बंदि के, कुसल मनावहु हे / मगही
- लिपि पोति अयलो कोठरिया, चननवाँ छिरकि अयलों हे / मगही
- पोथिया पढ़इते तोहिं परभुजी, त सुनहऽ बचन मोरा हो / मगही
- कत दिन मधुपुर जायब, कत दिन आयब हे / मगही
- कउन बन उपजे हे नरियर, कउन बन उपजे अनार हे / मगही
- साँवन के सहनइया भदोइया के किच-किच ए / मगही
- समना भदोइया के रतिया, अँगन घहरायल हे / मगही
- रुनुक झुनुक बिछिया बाजल, पिया पलँग पर हे / मगही
- अँगना बहारइत चेरिया त सुनहऽ बचन मोरा हे / मगही
- कथि केर खटोलवा त कथि केर ओरहन हे / मगही
- मचिया बइठल तुहूँ सासु, त सुनहऽ बचन मोरा हे / मगही
- कउन बैरिन सेजिया डँसावल / मगही
- एक धनि अँगवा के पातर पिया के सोहागिन हे / मगही
- कहँमा हि लेमुआ के रोपब, कहमा अनार रोपब हे / मगही
- पहिला दरद जब आयल, सासु गोड़ लागले हे / मगही
- पहिला दरद जब आयल सासु के बोलबल हे / मगही
- आठ सयँ बाजन मोरा नइहर बाजे, आठ सयँ सासुर हे / मगही
- सभवा बइठल तोहे बाबू साहेब, अउरी सिर साहेब हे / मगही
- हम तोंही पूछही दुलारी धनी, अउरो अलारी धनी हे / मगही
- ढेरिया जे सोभले गेहमा केरा, चउखट चनन केरा हे / मगही
- दँतवा लगवलूँ हम मिसिया, नयन भरि काजर हे / मगही
- पाँच-पाँच पनवाँ के बिरवा त बिरवा सोहामन जी / मगही
- सासु जे गेलन दाल दरे हे, ननद जे गेलन पानी भरे / मगही
- कउन बाबू के बगिया लगावल, जलथल हरियर हे / मगही
- पियवा, त पियवा से पातर पियवा, सुनहु बचन मोरा हे / मगही
- पियवा, हो पियवा, तू ही मोरा साहेब हो पियवा / मगही
- पलंग सुतल तोहे पियवा, और सिर साहेब हे / मगही
- कोठरिया जे लिपली ओसरा से अउरो देहरिया से / मगही
- ननदी भौजइया मिलि पनिया के चलली, जमुन दह हे / मगही
- मचिया बइठली तोंही मइया, त सुनहऽ बचन मोरा हे / मगही
- पियवा जे चललन गोरखपुर, धनियाँ अरज करे हे / मगही
सोहर (द्वितीय खंड)
- भँगिया पिसयते महादेओ, सुनहऽ बचन मोरा हे / मगही
- पलँगा बइठल हथ महादेओ, मचिया गउरा देई हे / मगही
- जेहि बन सीकियो न डोलइ, बाघ गुजरए हे / मगही
- कटोरनि पियली कोसिला रानी, अउरो सुमिन्त्रा रानी हे / मगही
- घरवा से इकसल जसोदा रानी, सुभ दिन सामन हे / मगही
- देखि-देखि मुँह पियरायल, चेरिया बिलखि पूछे हे / मगही
- भादो रैन भयामन दिसि घन घेरे हे / मगही
- चलूँ चलूँ डगरिन भवन मोर, हम राजा दसरथ हे / मगही
- घर घर डोलऽहे नउनियाँ, त हाथ ले महाउर हे / मगही
- मनमा में दुखित देवोकी रानी चलली जमुन दह हे / मगही
- रूक्मिन बिपर के बोलौउलन, आँगन बइठवलन हे / मगही
- सुरसती गनपत मनाइब, चरन पखारब हे / मगही
सोहर (तृतीय खंड)
- कदली के वन में घउर लगल हे, फूलल कोसुम गुलाब / मगही
- सीकिया चीरिए चीरिए बँगला छवावल / मगही
- अँगना में रोपलूँ हम नेमुआँ खिरकिया अनार जी / मगही
- सासु मोर बेनिया डोलावहऽ, कमर भल जाँतहऽ हे / मगही
- झपसी में चढ़लूँ अटरिया, लाल हलना / मगही
- जसोदा झुलावे गोपाल पलना हो, कन्हैया पलना / मगही
- कहऽ त जच्चा रानी, डगरिन बोला देउँ / मगही
- कहऽ त धानी अपन मइया बोलाबूँ / मगही
- सलोनी धानी कहऽ त मइया बोलाबूँ / मगही
- का लेके अयले ननदिया, बोलाओ राजा बीरन के / मगही
- ननदिया माँगे फुलझड़ी हे, हम न देवइ / मगही
- हम तो दरदे बेयाकुल, ननदिया के हाँसी बरे / मगही
- बहुआ जे चलली नहाय, तो सासू निरेखइ हे / मगही
- अठमी के भेल नंदलाल, बधावा ले के चलऽ / मगही
- सासु हमर रहे पक्का महल में, उनखा देहु बोलाइ / मगही
- दादा जीए, दादी जीए, आउर सभ लोग / मगही
- रामचंदर जलम लेलन चइत रामनमी के / मगही
- भुइयाँ गिरे नंदलाल, गोपाल लाल भुइयाँ गिरे / मगही
- कहँवाँ ही कृष्ण जी के जनम भयेल / मगही
- जाय जगावहु कवन पितर लोग, भेलन पोता / मगही
- पिपरी लेके सासु खड़ी, पिपरिया पीले बहू / मगही
- जीरा रगरि रगरि हम पिसलूँ / मगही
- आबहुँ बूढ़ी रूढ़ी छठी-पूजन / मगही
- छठिआ पूजे ला न्योछन / मगही
- आज होरिलवा के देखन चलूं / मगही
- काजर के कजरौटी, काजर भल सोभेला हे / मगही
- राम के मथवा लुटिरिया, देखत नीक लागय हे / मगही
- अँगना में बतासा लुटायम हे, अँगना में / मगही
- केकरा चौंर जलम जदुनन्नन, केकरा बंस बढ़िये गेल माई / मगही
- किसुन जलम अब भेल, बधावा अब लेके चलऽ / मगही
- गोखुला में बाजले बधइया तो अउरो बधइया बाजे हे / मगही
- भइया के घर में भतीजा जलम भेल, हम तो बधइया माँग अयलो / मगही
- दादा साहेब के घर पोता भयेल हे / मगही
- साड़ी न लहँगा लहरदार लेबो भउजो हे / मगही
- जसोदा तोहर भाग बड़ा लहबर नंदरानी / मगही
- आज अनंद भलइ हमर नगरी / मगही
- हम नहीं पूजबइ बरहिया, भइया नहीं अयलन हे / मगही