एक अंधेरे समय में ही
हम सयाने हुए,
प्यार किया,
लड़ते रहे ताउम्र ।
हालाँकि अंधेरा फिर भी था
मगर हमारे जीने का
यही एक अन्दाज़ हो सकता था
फ़िक्र जब सिर्फ़ एक हो
कि दिल रोशन रहे
रचनाकाल : सितम्बर 1997
एक अंधेरे समय में ही
हम सयाने हुए,
प्यार किया,
लड़ते रहे ताउम्र ।
हालाँकि अंधेरा फिर भी था
मगर हमारे जीने का
यही एक अन्दाज़ हो सकता था
फ़िक्र जब सिर्फ़ एक हो
कि दिल रोशन रहे
रचनाकाल : सितम्बर 1997