भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
दोस्ती / अनातोली परपरा
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:31, 24 जून 2009 का अवतरण (दोस्ती / अनातोली पारपरा का नाम बदलकर दोस्ती / अनातोली परपरा कर दिया गया है)
|
दोस्त ने धोखा दिया
मन में तकलीफ़ है
कष्ट है, दुख है बहुत
लेकिन इसमें ग़लती नहीं कोई
दोस्ती की
उसे मत कोस तू
सूर्योदय के पहले जब मन शान्त हो
पक्षियों का आनन्दमय कलरव सुन
और ग़लती तूने कहाँ की, यह गुन