भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अंगारों पर नंगे पाँव / माधव कौशिक
Kavita Kosh से
प्रकाश बादल (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:50, 15 सितम्बर 2009 का अवतरण
अंगारों पर नंग़े पांव
रचनाकार | माधव कौशिक |
---|---|
प्रकाशक | पैंगुईन बुक्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड,11 कम्युनिटी पार्क नई दिल्ली-110017 |
वर्ष | 2007 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | ग़ज़ल |
विधा | |
पृष्ठ | 93 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- क्या बताऊँ दरम्यां अब / माधव कौशिक
- हंसी की बात क्या है/ माधव कौशिक
- पुराने वक्त के चेहरों को.... / माधव कौशिक
- ये तो तय है........... / माधव कौशिक
- हुआ है कत्ल........... / माधव कौशिक
- नहीं नसीब में.........../ माधव कौशिक
- निहत्थे आदमी के हाथ में.../ माधव कौशिक
- मौत के फरमान ख़ुद......./ माधव कौशिक
- जितनी दूर............../ माधव कौशिक
- बस एक काम यही........./ माधव कौशिक
- / माधव कौशिक
- / माधव कौशिक
- / माधव कौशिक
- / माधव कौशिक
- / माधव कौशिक
- / माधव कौशिक