वसंत मैंने तुम्हारी आंखों में देखा था
बरसों से नहीं देखीं
तुम्हारी आंखें
देखा है -
बस एक उदास मौसम
जो सहमा-सा आता है
और
आहिस्ता से गुजर जाता है !
क्या सच में
वह वसंत था?
कहाँ से आया था वह
तुम्हारी आंखों में ?
वसंत मैंने तुम्हारी आंखों में देखा था
बरसों से नहीं देखीं
तुम्हारी आंखें
देखा है -
बस एक उदास मौसम
जो सहमा-सा आता है
और
आहिस्ता से गुजर जाता है !
क्या सच में
वह वसंत था?
कहाँ से आया था वह
तुम्हारी आंखों में ?