सामधेनी

| रचनाकार | रामधारी सिंह "दिनकर" |
|---|---|
| प्रकाशक | श्री अजन्ता प्रेस लिमिटेड, नया टोला, पटना-४ |
| वर्ष | 1949 |
| भाषा | हिन्दी |
| विषय | कविताएँ |
| विधा | |
| पृष्ठ | 100 |
| ISBN | |
| विविध |
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- अचेतन मृत्ति, अचेतन शिला / रामधारी सिंह "दिनकर"
- तिमिर में स्वर के बाले दीप आज फिर आता है कोई / रामधारी सिंह "दिनकर"
- ओ अशेष! निःशेष बीन का एक तार था मैं ही / रामधारी सिंह "दिनकर"
- वह प्रदीप जो दीख रहा है झिलमिल दूर नहीं है / रामधारी सिंह "दिनकर"
- बटोही, धीरे-धीरे गा / रामधारी सिंह "दिनकर"
- रात यों कहने लगा मुझसे गगन का चाँद / रामधारी सिंह "दिनकर"
- जा रही देवता से मिलने? / रामधारी सिंह "दिनकर"
- अन्तिम मनुष्य / रामधारी सिंह "दिनकर"
- हे मेरे स्वदेश! / रामधारी सिंह "दिनकर"
- अतीत के द्वार पर / रामधारी सिंह "दिनकर"
- कलिंग-विजय / रामधारी सिंह "दिनकर"
- प्रतिकूल / रामधारी सिंह "दिनकर"
- आग की भीख / रामधारी सिंह "दिनकर"
- दिल्ली और मास्को / रामधारी सिंह "दिनकर"
- सरहद के पार से / रामधारी सिंह "दिनकर"
- फलेगी ड़ालों में तलवार / रामधारी सिंह "दिनकर"
- जवानी का झण्डा / रामधारी सिंह "दिनकर"
- जवानियाँ / रामधारी सिंह "दिनकर"
- जयप्रकाश / सामधेनी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- राही और बाँसुरी / रामधारी सिंह "दिनकर"
- साथी / रामधारी सिंह "दिनकर"